नज़्मशाला में हम शब्दों की शक्ति का जश्न मनाते हैं। कविता, कहानी और रचनात्मक खोज की यात्रा के लिए जड़ें नज़्मशाला से ।
"अगर आप तेज चल नहीं सकते, तो दौड़िए।
अगर आप दौड़ नहीं सकते, तो चलिए।
अगर आप चल नहीं सकते, तो रेंगिए।
लेकिन जो भी करें, आगे की ओर बढ़ते रहें।"
~रतन टाटा~
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